जब भी कभी फ़लक पर

जब भी कभी फ़लकआसमान, sky पर तूफ़ान दिखता है
खुद ही से क़ुदरतप्रकृति, nature भी परेशान दिखता है

शबरात, night ने बुलाया है न जाने क्यूँ सहरसुबह, morning को
माज़ीअतीत, past कुछ ज़ियादाहद से ज़्यादा, excessive मेहरबानकृपालु, उदार, kind, indulgent दिखता है

आये तुम तो मिलकर निभाई रस्म मैंने
फिर से गले लगना बेईमान दिखता है

तुझको मुबारकमंगल, शुभ, auspicious ज़ीस्तज़िन्दगी, जीवन, life, existence अपनी जुस्तुजूइच्छा, pursuit, search, quest की
घर में मुझे जन्नतस्वर्ग, paradise-ओ-जहानदुनिया, संसार, world, universe दिखता है

महफ़ूज़सुरक्षित, safe, secure, guarded है "बेसबब" यादों का गुलिस्ताँबगीचा, उद्यान, garden
माना कि अब वो बहुत सुनसान दिखता है

११ अगस्त २०१६
बंगलौर

PS:
रदीफ़/पदांत: दिखता है
क़ाफ़िया/समांत: ...आन
बहर/मापनी: ये ग़ज़ल शायद बे-बहर है, या फिर ये २२१२ २२१२ २२१२ २ बहर है।